What is computer in Hindi
कम्प्यूटर का परिचय :-
कम्प्यूटर एक Electronic Machine है, जो हमारे दिए गये निर्देशों पर कार्य करती है। कम्प्यूटर हार्डवियर और साफ्टवियर से मिलकर बना है। यह एक सर्वभौमिक मशीन है।
कम्प्यूटर शब्द की उत्पत्ति कम्प्यूट (Computer) शब्द से हुई है जिसका अर्थ है गणना करना, कम्प्यूटर को हिन्दी में संगणक कहते हैं।
जब हम कम्प्यूटर को Input Device के माध्यम से Instruction देते हैं तब वह हमारे दिये गये Instruction को Process करता है, तथा Output Device के माध्यम से हमें Information देता है।
1. NO IQ :- कम्प्यूटर के अन्दर सोचने समझने की क्षमता नही होती है। जोकि मानव के अन्दर होती है।
यही वजह है कि कम्प्यूटर मानव का गुलाम है।
जेकार्ड्स लूम (Jacquard Loom):-
सन् 1801 में फ्रांसीसी बुनकर जोसेफ जेकार्ड ने कपड़े बुनने के ऐसे लूम का आविष्कार किया जो कपड़ो मे स्वतः ही डिजाइन या पैटर्न देता था। इस लूम की विशेषता यह थी कि यह कपड़े के डिजाइन को कार्डबोर्ड के छिद्रयुक्त पंचकर्डो से नियन्यित्र करता था । पंचकार्ड पर छिद्रों की उपस्थिति अथवा अनुपस्थिति द्वारा धागों को निर्देशित किया जाता था । जेकार्ड के इस लूम ने दो विचारधारायें दी जो आगे कम्प्यूटर के विकास में उपयोगी सिद्ध हुई। पहली यह की सूचनाओं को पंचकार्ड पर कोडिड किया गया । दूसरी यह की पंचकार्ड पर संगृहीत सूचना निर्देषों का सूमह है। जिससे पंचकार्ड को जब भी काम में लिया जायेगा तो निर्देषोंका यह समूह एक पोग्राम के रूप में कार्य करेगा।
Charles Babbage's Difference Engine:-
होलेरिथ सेंसस टेबुलेटर (Hollerith Census Taulator)
1. Aiken and Mark-1 (आइकेन और मार्क 1):- सन् 1940 में Electromechanical Computing अपने शिखर पर पहुंच चुकी थी । आई बी एम के चार शीर्श इंजीनियरों व हॉवर्ड आईकेन ने सन् 1944 में एक मशीन को विकसित किया और इसका आधिकारिक नाम Automatic Sequence Controlled Calculator रखा। बाद में इस मशीन का नाम मार्क -1 रखा गया। यह विश्व का सबसे पहला Electromechanical Computer था। इसमें 500 मील लंबाई के तार व 30 लाख Electronic Connection थे यह मशीन 55 फीट लम्बी व 8 फीट ऊँची थी। यह 6 सेकण्ड में एक गुणा और 12 सेकण्ड में एक भाग की क्रिया कर सकता था।
Generations of Computer
कम्प्यूटर को तकनीकी (Technology) के आधार पर पाँच पीढ़ीयों में बाँटा गया है।
- First Generation (1940-1956) Vacuum tube
- Second Generation (1956-1963) Transistor
- Third Generation (1964-1971) Integrated Circuit
- Fourth Generation (1971- Present) VLSI
- Fifth Generation (Present To Next) Artificial Intelligence
First Generation of Computer
कम्प्यूटर की प्रथम पीढ़ी की शुरुआत 1940 से मानी जाती है। इस जनरेशन में Vacuum Tube Technology का प्रयोग किया गया था।
- इस पीढी में निर्वात नलीयों (Vacuum Tube) Technology का प्रयोग किया जाता था।
- यह कम्प्यूटर उस समय के अनुसार बहुत अधिक गति से केलकुलेशन करते थे।
- यह साइज में बहुत बड़े होते थे, तथा विधुत का अधिक प्रयोग करते थे ।
- इनको चलाना व इनका रखखाव कठिन होता था।
- इसमें मषीन भाषा का प्रयोग किया गया था।
- इसमें मेमोरी के तौर पर चुम्बकीय टेप एवं पंचकार्ड का प्रयोग किया जाता था।
- ENIAC और UNIVAC प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटर हैं।
Second Generation of Computer
इस पीढ़ी में Transistor का प्रयोग किया गया था। जिसका विकास Willom Shockly ने 1947 में किया था।
- इस पीढ़ी के कम्प्यूटर के कार्य करने की क्षमता प्रथम पीढ़ी के कम्प्यूटर से बहुत अधिक थी ।
- इनकी साइज छोटी हो गई थी क्योंकि इसमे Transistor Technology का प्रयोग किया गया था।
- इसमे असेम्बली एवं हाई लेबिल भाषा का प्रयोग किया गया था। (COBOL, FORTRAN)
- इसमें मेमोरी के तौर पर चुम्बकीय टेप का प्रयोग किया जाने लगा था।
Third Generation of Computer
कम्प्यूटर की तीसरी पीढ़ी की शुरूआत 1964 से मानी जाती है। इस जनरेशन में आई सी का प्रयोग किया जाने लगा था। IC का पूरा नाम Integrated Circuit है। IC का विकास 1958 में Jack Kilby ने किया था।
- इसमें IC Technology(SSI) का प्रयोग किया गया था। SSI का पूरा नाम Small Scale
- Integration है। इस चिप पर 10 से 20 तत्व स्थापित होते थे।
- इसमें हाई लेविल भाषा का प्रयोग प्रोग्रामिंग के लिये किया जाता था।
- इन्हें हम एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जा सकते थे।
- इसमें मेमोरी के तौर पर चुम्बकीय डिस्क का प्रयोग किया जाने लगा था।
- सबसे पहले ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग इसी पीढ़ी में हुआ,जो की एक CUIO/S था।
Fourth Generation of Computer
कम्प्यूटर की चौथी पीढ़ी की की शुरूआत माइक्रोप्रोसेसर से हुई, जो की सिलिकोन से बनी एक चिप होती है,जिस पर हजारों IC एक साथ लगी होती हैं। इस पीढ़ी में GUI O/S का प्रयोग किया गया।
- इसमें IC Technology(VLSI) का प्रयोग किया गया था। Very Large Scale Integration
- है। इस चिप पर 10000 से 20000 Elements स्थापित होते थे।
- इसमें हाई लेविल भाषा (C & C++) का प्रयोग प्रोग्रामिंग के लिये किया जाता था।
- इन्हें हम एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जा सकते थे।
- इसमें मेमोरी के तौर पर चुम्बकीय डिस्क का प्रयोग किया जाने लगा था।
- यह विधुत का बहुत कम प्रयोग करते है।
Fifth Generation of Computer
कम्प्यूटर की पांचवी पीढ़ी Artificial Intelligence के साथ विकसित हुई, AI का तात्पर्य यह है कि जो मानवीय गुणों को समझ सके। ये पीढ़ी अभी विकास की प्रक्रिया में है, इस पीढ़ी के कुछ गुण हम आजकल उपकरणों में काम लेते है जैसे-फिंगर प्रिंट, रोबोट, आवाज द्वारा इनपुट देना आदि।
कम्प्यूटर को दो तरीके से Classified किया गया है।
1. कार्य करने के आधार पर। (On the basis of work).
2. आकार के आधार पर। (On the basis of Size).
Type of Computer Basis on Work: - कार्य करने के आधार पर, कम्प्यूटर तीन प्रकार के होते है।
- Analog Computer
- Digital Computer
- Hybrid Computer
Type of Computer Base on Size :- आकार के आधार पर कम्प्यूटर निम्न प्रकार के होते है।
- Micro Computer
- Mini Computer
- Mainframe Computer
- Super Computer
1. Micro Computer
Desktop Computer
Desktop Computer वे कम्प्यूटर होते है। जिनको टेबिल पर रखकर चलाया जाता है। यह साईज में थोड़े बड़े होते है। इसमें सीपीयू मॉनिटर कीबोर्ड माउस आदि होते है।
Laptop Computer
Laptop Computer वे होते है। जिनको गोदी में रखकर चलाया जाता है। यह साईज में बहुत छोटे होते है। यह Desktop Computer से मंहगे कम्प्यूटर होते है। इसमें सीपीयू ,कीवोर्ड , माउस एक साथ होते है। इनमें पावर के लिये बैटरी का प्रयोग होता है।
Palmtop Computer
यह कम्प्यूटर Laptop Computer से छोटे होते है। जिनको हथेली में रखकर चलाया जाता है। इसमें सीपीयू ,कीवोर्ड माउस एक साथ होते है। इनमें पावर के लिये बैटरी का प्रयोग होता है। इनकी कार्य करने की क्षमता लेपटॉप से थोडी कम होती है।
Notebook Computer
Tablet Computer
2. Mini Computer
यह वो कम्प्यूटर जो कम्पनीयों एवं सरकारी ऑफिस में सर्वर कम्प्यूटर के कार्य के लिये प्रयोग किये जाते है। इनकी कार्य क्षमता Micro Computer से अधिक होती है। इस कम्प्यूटर पर एक साथ कई यूजर लॉगइन कर कसते है। इनकी मेमोरी क्षमता बहुत अधिक होती है। इनका हार्डवेयर समान्य कम्प्यूटर से बड़ा होता है। यह कम्प्यूटर घरों में प्रयोग होने वाले कम्प्यूटर नही होते है। यह मंहगे कम्प्यूटर होते है। इनका प्रयोग कम्पनी के डाटाबेस को रखने के लिये एवं कम्पनी के अन्य महत्वपूर्ण कार्य को करने के लिये इस कम्प्यूटर का प्रयोग किया जाता है। PDP-8 First Mini Computer जिसका विकास 1965 में किया गया था । इसका आकार फ्रिज के बराबर था। इसकी कीमत 18000 डालर थी। जिसे DEC Company ने बनाया था। DEC का पूरा नाम Digital Equipment Corporation है।
3. Mainframe Computer
यह वो कम्प्यूटर जो बडी बडी कम्पनीयों एवं सरकारी ऑफिस में सर्वर कम्प्यूटर के कार्य के लिये प्रयोग किये जाते है। इस कम्प्यूटर पर एक साथ कई यूजर लॉगइन कर कसते है। इनकी मेमोरी क्षमता बहुत अधिक होती है। यह मंहगे कम्प्यूटर होते है। इन कम्प्यूटरस में माईको कम्प्यूटर का प्रयोग Clinent के तौर पर किया जाता है। कछ Mainframe Computer निम्न है।
zEnterprise EC12 Design By IBM, ICL 39, CDC Cyber etc.
कंप्यूटर क्या है इसकी उपयोगिता और विशेषताएं
- कंप्यूटर की पांचवीं पीढ़ी – 1985-present “Artificial Intelligence”
- कंप्यूटर का इतिहास (History of Computer)
- कंप्यूटर का आविष्कार किसने किया?
- कंप्यूटर का फुल फॉर्म क्या है?
- कंप्यूटर कैसे कार्य करता है?
- कंप्यूटर की परिभाषा ?